1958 से हूं, 2050 में जा चुका हूं!’ Time Travel की शॉकिंग स्टोरी, किन सबूतों के साथ शख्स ने किया था दावा?

time traveller: साल 2006 में यूक्रेन में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया. उसके कपड़े और उसके पास मौजूद सामान देखकर हर कोई हैरान था. मगर फिर उसने जो दावे किए उनसे दुनिया ही हिल गई.

टाइम मशीन को लेकर हमेशा से ही लोगों में जिज्ञासा देखने को मिलती रही है. इसके बारे में फिल्मों और कहानियों में काफी देखने सुनने को मिला है. कई कहानियां तो टाइम ट्रैवल से जुड़ी भी सामने आई हैं. लेकिन इन कहानियों की कभी पुष्टि नहीं हो सकी. फिर बेशक इन्हें सही साबित करने के लिए किसी ने कितने ही सबूत क्यों न पेश कर दिए हों. एक ऐसी ही कहानी के बारे में आज हम बात करने वाले हैं. जिसके बारे में जानने के बाद लोग हैरानी जताने लगते हैं.

मिरर यूके की रिपोर्ट के अनुसार, ये कहानी सर्गेई पोनोमारेंको नामक शख्स की है. बात साल 2006 की है. ये शख्स यूक्रेन की राजधानी कीव में अधिकारियों से कहने लगा कि वो साल 1958 से आया है. लोगों को लगा कि ये या तो पागल है या फिर झूठ बोल रहा है. उसने पुराने जमाने के कपड़े पहने हुए थे. गले में पुराने ही जमाने का कैमरा लटकाया हुआ था. वो उसी साल का लग रहा था, जिसका वो दावा कर रहा था.

इसमें भी सबसे बड़ी हैरानी की बात ये थी कि उसके पास 1950 के दशक का सोवियत संघ का दस्तावेज था. जिसमें उसकी उम्र 25 साल बताई गई थी. ये सब देखकर लोगों का सिर चकरा गया. मामला आगे और ज्यादा पेचीदा होता गया

यूक्रेन के राजधानी कीव में लक्ष्यहीन होकर भटक रहा था और उसके हाथ मे कैमरा भी था। जब 2 पुलिसकर्मियों ने उससे अपनी पहचान बताने को कहा तब उस व्यक्ति ने उन्हें सोवियत संघ के समय के वैध आधिकारिक दस्तावेज दिखाए, जो 50 साल से अधिक पुराने थे। उस दस्तावेज में उसका नाम सर्गेई परमारेंको था।

पुलिस ने उसके साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे वह पागल हो उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और कीव में एक मनोरोग क्लिनिक ले जाया गया। वहां, डॉ पाब्लो कुट्रीकोव ने सर्गेई की जांच की और यह बात 26 अप्रैल, 2006 की बात थी। सर्गेई की जांच में डॉक्टर ने उससे कुछ सवाल पूछे थे और उससे उस सवाल के जवाब भी प्राप्त किये थे और वही सब सवाल और उनके जवाब हम आपको नीचे बता रहे है।

डॉ पाब्लो कुट्रीकोव – आप मुझे अपने बारे में कुछ बता सकते हैं?

सर्गेई परमारेंको – मेरा नाम सर्गेई परमानेंको है, मेरा जन्म 16 जून, 1932 को कीव शहर में हुआ था।

डॉ पाब्लो कुट्रीकोव – हाँ, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपकी उम्र 30 वर्ष से अधिक नहीं है।

सर्गेई परमारेंको – मेरी उम्र 25 साल है।

डॉक्टर ने सर्गेई से पूछा कि ऐसा कैसे हुआ कि वह वर्ष 2006 में दिखाई दिया और फिर सर्गेई ने बताया कि कैसे वह एक अज्ञात फ्लाइंग ऑब्जेक्ट की तस्वीर लेने की कोशिश कर रहा था और किसी तरह इस जगह पर टेलीपोर्ट किया गया।

डॉ पाब्लो कुट्रीकोव – लेकिन क्या आप हमें विस्तार से बता सकते है ?

एस. परमारेंको – दिन का समय था और मैं शहर में टहलने जाना चाहता था, मैंने अपना कैमरा लिया लेकिन जब मैंने अपना घर छोड़ा तो मुझे एक अजीब वस्तु दिखाई दी जिसकी घंटी के आकार की थी, और वह बहुत अजीब थी, और वह उड़ रही थी एक अजीब तरीके से, यह समझाना मुश्किल है कि मैं क्या देख रहा था, मेरे कैमरे से तस्वीरों को देखना बेहतर हो सकता है और फिर शायद हम जवाब दे सकें।

डॉ कुट्रीकोव ने तस्वीरों को उजागर करने का फैसला किया, लेकिन एक कठिनाई थी। सर्गेई के पुराने कैमरे की तकनीक 21वीं सदी में इस्तेमाल की गई तकनीकों से भिन्न थी। इसलिए उन्हें फोटोग्राफी में एक विशेषज्ञ, वादिम पॉइसनर की तलाश करनी पड़ी, जो उस रोल की क्रैक करने पर आश्चर्यचकित हुए जो 70 के दशक से निर्मित नहीं हो रहे थे। यह समझाना कभी संभव नहीं था कि उस रोल को इतनी अच्छी स्थिति में पहले सदी से अधिक समय तक कैसे संरक्षित किया जा सकता है, लेकिन पॉइसनर ने 1950 के दशक के कीव शहर की छवियों को दिखाने वाले सभी फोटोग्राफिक रोल को उजागर करने में कामयाबी हासिल की।

Conclusion –

तो इस लेख में हमने आपको सर्गेई पोनोमारेंको की टाइम ट्रेवल स्टोरी के बारे में विस्तार से बता दिया है। हम आशा करते है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आपको आज का यह लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और सोशल मीडिया साइट पर जरूर शेयर करे ताकि यह दिलचस्प स्टोरी और लोगो तक भी पहुंच सके।

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